महिला थाने के बाहर दो पक्षों में जमकर मारपीट, ग्राम प्रधान गंभीर रूप से घायल

महिला थाने के बाहर दो पक्षों में जमकर मारपीट, ग्राम प्रधान गंभीर रूप से घायल

देवरिया, 29 जुलाई 2025: देवरिया शहर के महिला थाना परिसर उस समय रणक्षेत्र में तब्दील हो गया जब पति-पत्नी विवाद के सुलह के प्रयास के दौरान दोनों पक्षों के बीच जमकर कहासुनी और फिर हाथापाई हो गई। इस घटना में भलुअनी क्षेत्र के बहोर गांव के ग्राम प्रधान संदीप सोनकर गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें इलाज हेतु तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया।

क्या है पूरा मामला?

जानकारी के अनुसार, भलुअनी के बहोर गांव निवासी सूरज सोनकर का विवाह देवरिया शहर की एक युवती से हुआ था। वैवाहिक जीवन में अनबन के कारण दोनों परिवारों में तनाव बढ़ता गया, जिससे मामला महिला थाने तक जा पहुंचा। सोमवार को थाने पर सुलह-समझौते के प्रयास हेतु दोनों पक्षों को बुलाया गया था। शुरुआती बातचीत थाने के भीतर ही गर्मागर्मी में बदल गई। स्थिति नियंत्रण से बाहर होते देख दोनों पक्ष थाने के गेट के बाहर आ गए और वहां जमकर मारपीट शुरू हो गई।

ग्राम प्रधान को बनाया गया निशाना

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मारपीट के दौरान लड़की पक्ष के कई लोगों ने ग्राम प्रधान संदीप सोनकर को टारगेट करते हुए उनकी बुरी तरह पिटाई की। इतना ही नहीं, दबंगई इतनी बढ़ गई कि ग्राम प्रधान के बाल तक उखाड़ दिए गए। आरोपियों ने मारपीट कर घायल अवस्था में ही ग्राम प्रधान को वहां छोड़ दिया और मौका-ए-वारदात से फरार हो गए।

पुलिस ने किया मौके पर हस्तक्षेप

घटना की सूचना मिलते ही महिला थाने व अन्य पुलिसकर्मियों ने तत्काल मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों को अलग किया और विवाद को शांत कराया। पुलिस ने घायल ग्राम प्रधान को जिले के अस्पताल भेजवाया, जहां उनका इलाज जारी है।

इलाके में फैली सनसनी

महिला थाना परिसर के सामने हुए इस घटनाक्रम से इलाके में हड़कंप मच गया। बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ मौके पर जमा हो गई। पुलिस इस हाईवोल्टेज ड्रामे के बाद दोनों पक्षों से पूछताछ कर रही है और मारपीट करने वालों की पहचान कर रही है।

केस सदर कोतवाली स्थानांतरित

विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, मारपीट की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए अब केस महिला थाना से स्थानांतरित कर सदर कोतवाली को सौंप दिया गया है। मामले की विवेचना तेज़ी से की जा रही है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का भरोसा पुलिस प्रशासन ने दिया है।

नोट: थाने के बाहर ऐसी घटनाएं न केवल कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करती हैं बल्कि प्रशासन को भी सतर्कता बरतने की जरूरत है, ताकि आगे इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

Kundan Singh

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