Deoria News: उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले की जिलाधिकारी दिव्या मित्तल को एक बार फिर राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान मिला है। उन्हें केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी ‘विकसित भारत परिकल्पना’ (Viksit Bharat Strategy) में भागीदारी के लिए चुना गया है। पूरे प्रदेश में से केवल वही एकमात्र जिलाधिकारी हैं जिन्हें इस प्रतिष्ठित रणनीतिक बैठक में शामिल होने का अवसर मिला है। यह उपलब्धि न केवल देवरिया बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के लिए गर्व का विषय है।
नीति आयोग में होगी उच्चस्तरीय बैठक
4 सितंबर 2025 को नई दिल्ली स्थित नीति आयोग में यह बैठक आयोजित होगी। इसमें दिव्या मित्तल ब्लॉक, जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर विकास की रूपरेखा साझा करेंगी। वह अपने प्रशासनिक अनुभवों और नवाचारी योजनाओं पर चर्चा करेंगी, जो देश के समग्र विकास में सहायक हो सकती हैं।
बैठक में डेटा-आधारित विकास रणनीति, सतत विकास, डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन और सामाजिक कल्याण जैसे अहम मुद्दों पर गहन चर्चा होगी। यह मंच देशभर के वरिष्ठ नीति-निर्माताओं और प्रशासनिक अधिकारियों को एक साझा विजन पर काम करने का अवसर प्रदान करेगा।
पहले भी मिला है सम्मान
यह दिव्या मित्तल का पहला राष्ट्रीय सम्मान नहीं है। दिसंबर 2024 में उन्हें चौथे राष्ट्रीय मुख्य सचिव सम्मेलन में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना गया था। उस सम्मेलन में भी उन्होंने अपने अभिनव विचारों से सभी को प्रभावित किया था।
देवरिया में उल्लेखनीय कार्य
अपने कार्यकाल के दौरान दिव्या मित्तल ने महिला सशक्तिकरण, शिक्षा सुधार, पेयजल सुविधाओं का विस्तार और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार जैसे क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं।
शिक्षा और करियर
दिव्या मित्तल ने आईआईटी दिल्ली से इंजीनियरिंग और आईआईएम बेंगलुरु से प्रबंधन की शिक्षा प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) जॉइन की और अपने दूरदर्शी फैसलों व समर्पण से प्रशासनिक जगत में विशेष पहचान बनाई।
देवरिया और प्रदेश के लिए प्रेरणा
देवरिया के लोगों का कहना है कि दिव्या मित्तल का यह चयन उनके कठिन परिश्रम और समर्पण का प्रमाण है। एक स्थानीय निवासी ने कहा— “दिव्या मैम का चयन हमें गर्व महसूस कराता है। उनके नेतृत्व में देवरिया ने कई विकासात्मक छलांग लगाई है।”
जिले के सामाजिक संगठनों और नागरिकों ने भी इस उपलब्धि पर खुशी जताई है। उम्मीद की जा रही है कि इस बैठक से निकलने वाली रणनीतियां देवरिया जैसे ग्रामीण जिलों के विकास को नई दिशा देंगी।
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