प्राइम वीडियो पर 12 जून 2025 को शुरू हुआ रियलिटी शो The Traitors India Season 1 ने अपनी शुरुआत से ही दर्शकों का दिल जीत लिया। करण जौहर द्वारा होस्ट किया गया यह शो अपने अनोखे कॉन्सेप्ट, ड्रामे, सस्पेंस और बेईमानी के खेल के लिए चर्चा में रहा। यह शो एक मनोवैज्ञानिक गेम है, जहां 20 कंटेस्टेंट्स को दो ग्रुप में बांटा गया – ट्रेटर्स (गद्दार) और फेथफुल्स (निर्दोष)। ट्रेटर्स को हर रात एक फेथफुल को गुप्त रूप से “मर्डर” करना था, जबकि फेथफुल्स की जिम्मेदारी थी कि वे ट्रेटर्स को पकड़कर बाहर करें। इस गेम में विश्वास और धोखे का ऐसा ताना-बाना बुना गया कि हर एपिसोड में दर्शकों की सांसें थम गईं। आखिरकार, 3 जुलाई 2025 को फिनाले के साथ यह शो समाप्त हुआ, और विजेताओं के नाम ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया। तो, आइए जानते हैं कि The Traitors India Season 1 का ताज आखिर किसके सिर सजा और इस शो ने क्या कमाल दिखाया।
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विजेताओं का खुलासा: उर्फी जावेद और निकिता लूथर की जोड़ी ने मारी बाजी
सोशल मीडिया और कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उर्फी जावेद और निकिता लूथर ने The Traitors India Season 1 में जीत हासिल की। इन दोनों ने फेथफुल्स के रूप में अपनी रणनीति, समझदारी और खेल की गहरी समझ से दर्शकों और कंटेस्टेंट्स को प्रभावित किया। खास बात यह है कि इस शो में कोई सिंगल विनर नहीं होता; या तो फेथफुल्स का ग्रुप जीतता है या फिर ट्रेटर्स। उर्फी और निकिता ने फेथफुल्स के रूप में अपनी टीम को एकजुट रखा और आखिरी पल तक ट्रेटर्स को पकड़ने में कामयाब रहीं। उनकी जीत की खबर ने फैंस को उत्साहित कर दिया, और सोशल मीडिया पर बधाइयों का तांता लग गया।
उर्फी जावेद, जो पहले बिग बॉस ओटीटी और फॉलो कर लो यार जैसे शोज में अपनी छाप छोड़ चुकी हैं, ने इस बार भी अपने अनोखे अंदाज और रणनीतिक खेल से सबका ध्यान खींचा। वहीं, निकिता लूथर, जो भारत की कुछ गिनी-चुनी प्रोफेशनल पोकर प्लेयर्स में से एक हैं, ने अपनी शांत लेकिन तेज दिमाग से गेम में अलग ही रंग जमाया। दोनों की जोड़ी ने न सिर्फ ट्रेटर्स को चकमा दिया, बल्कि फिनाले में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई। फैंस ने ट्विटर पर लिखा, “उर्फी और निकिता ने गजब का गेम खेला! ये जीत उनकी स्मार्टनेस का सबूत है।”
शो का रोमांच: ड्रामा, सस्पेंस और बेईमानी का तड़का
The Traitors India का कॉन्सेप्ट इतना अनोखा था कि यह दर्शकों को हर पल बांधे रखता था। शो की शुरुआत में 20 कंटेस्टेंट्स थे, जिनमें कई मशहूर चेहरे शामिल थे, जैसे राज कुंद्रा, एलनाज़ नौरोज़ी, पुरव झा, अपूर्वा मुखर्जी (रेबेल किड), करण कुंद्रा, जन्नत जुबैर, रफ्तार, और अनशुला कपूर। इनमें से कुछ को ट्रेटर्स बनाया गया, जिनका काम था फेथफुल्स को चुपके से बाहर करना, जबकि फेथफुल्स को हर दिन सर्कल ऑफ शक में बैठकर यह अनुमान लगाना था कि ट्रेटर कौन है।
शो के पहले ही एपिसोड में साहिल सलाठिया को बाहर कर दिया गया, जिसने सबको चौंका दिया। इसके बाद राज कुंद्रा, जो एक ट्रेटर थे, को अपूर्वा मुखर्जी ने अपनी तेज़ नजरों से पकड़ लिया और वे दूसरे एपिसोड में बाहर हो गए। एलनाज़ नौरोज़ी, जो एक बेहतरीन ट्रेटर थीं, ने सातवें एपिसोड तक शानदार गेम खेला, लेकिन आखिरकार सर्कल ऑफ शक में उनकी चाल पकड़ी गई। इसके बाद पुरव झा, जो आखिरी ट्रेटर थे, ने हर्ष गुजराल को अपने साथ लिया, लेकिन फिनाले में फेथफुल्स ने बाजी मार ली।
हर एपिसोड में नए ट्विस्ट्स और टास्क्स ने शो को और रोमांचक बनाया। जैसे, एपिसोड 7 में ट्रेटर्स को एक अनोखा टास्क दिया गया, जहां उन्हें खुलेआम एक फेथफुल को “मर्डर” करना था। पुरव झा ने बिलियर्ड्स रूम से जहर की बोतल निकाली और फाउंटेन में डालकर जन्नत जुबैर को बाहर किया। ऐसे ट्विस्ट्स ने दर्शकों को स्क्रीन से चिपकाए रखा।
उर्फी और अपूर्वा का विवाद: ड्रामे ने बटोरी सुर्खियां
शो के दौरान उर्फी जावेद और अपूर्वा मुखर्जी (रेबेल किड) के बीच का विवाद भी खूब चर्चा में रहा। उर्फी ने एक डिलीट किए गए इंस्टाग्राम स्टोरी में अपूर्वा के साथ अपनी चैट्स लीक कीं, जिसमें यह खुलासा हुआ कि उनकी लड़ाई पहले से प्लान की गई थी। लेकिन इस चैट में अपूर्वा ने यह भी लिखा था कि “उर्फी ने शो जीता है,” जिसने फिनाले से पहले ही विजेता की खबर लीक कर दी। उर्फी ने बाद में कहा, “मैं यह ड्रामा नहीं करना चाहती थी, लेकिन अपूर्वा ने मुझे विलेन की तरह दिखाया, जो मैं नहीं हूं।” इस विवाद ने शो को और भी चर्चा में ला दिया, और फैंस ने दोनों के बीच के इस ड्रामे को खूब एंजॉय किया।
फैंस की प्रतिक्रिया: सोशल मीडिया पर उत्साह
फिनाले के बाद सोशल मीडिया, खासकर ट्विटर, बधाइयों और रिएक्शन्स से भर गया। एक यूजर ने लिखा, “उर्फी और निकिता ने कमाल कर दिया! ट्रेटर्स को पकड़ने में इनकी स्मार्टनेस गजब थी।” वहीं, कुछ फैंस ने एलनाज़ नौरोज़ी को “असली विनर” बताया, क्योंकि उनकी रणनीति और गेमप्ले ने शो को यादगार बनाया। कुछ लोगों ने पुरव झा को भी सराहा, जो आखिरी ट्रेटर के रूप में शानदार खेले।
हालांकि, कुछ फैंस ने यह भी कहा कि शो में और डायवर्सिटी होनी चाहिए थी। एक यूजर ने लिखा, “शो में सिर्फ टीवी और यूट्यूब स्टार्स की बजाय अलग-अलग बैकग्राउंड के लोग होने चाहिए।” फिर भी, शो की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि प्राइम वीडियो ने इसके दूसरे सीजन की घोषणा भी कर दी है।
शो की खासियत: करण जौहर का जादू और अनोखा कॉन्सेप्ट
करण जौहर ने अपनी होस्टिंग से शो में जान डाल दी। उनकी ड्रामेटिक स्टाइल, सर्कल ऑफ शक में तीखे सवाल, और कंटेस्टेंट्स के साथ मजेदार बातचीत ने दर्शकों को हंसाया भी और गेम को और रोमांचक बनाया। शो का सेट, जो जैसलमेर के सूर्यगढ़ फोर्ट में फिल्माया गया, ने इसकी भव्यता को और बढ़ाया। 1 करोड़ रुपये की प्राइज मनी के लिए यह जंग इतनी रोमांचक थी कि हर गुरुवार को नए एपिसोड्स का इंतजार दर्शकों को बेसब्री से रहता था।
निष्कर्ष: एक यादगार शुरुआत
The Traitors India Season 1 ने न सिर्फ दर्शकों को मनोरंजन दिया, बल्कि भारतीय रियलिटी टीवी में एक नया बेंचमार्क सेट किया। उर्फी जावेद और निकिता लूथर की जीत ने यह दिखाया कि इस गेम में स्मार्टनेस, धैर्य और सही रणनीति कितनी जरूरी है। शो के ट्विस्ट्स, कंटेस्टेंट्स की चालबाजियां, और करण जौहर का करिश्मा इसे एक यादगार अनुभव बनाते हैं। अब जबकि दूसरा सीजन भी कन्फर्म हो चुका है, फैंस को और ज्यादा ड्रामा, सस्पेंस और बेईमानी का इंतजार है। आपने शो देखा? आपके फेवरेट कंटेस्टेंट कौन थे? कमेंट में जरूर बताएं