कश्मीर घाटी में बढ़ती गर्मी और तापमान में वृद्धि के बीच, स्कूल शिक्षा विभाग ने ग्रीष्मकालीन अवकाश 2025 की घोषणा कर दी है। लाखों छात्र-छात्राओं और अभिभावकों के लिए यह खबर राहत भरी है, क्योंकि गर्मी की लहर ने स्कूलों में पढ़ाई को चुनौतीपूर्ण बना दिया था। शिक्षा मंत्री साकिना इट्टू ने हाल ही में बताया कि कश्मीर डिवीजन के सभी सरकारी और मान्यता प्राप्त निजी स्कूल 1 जुलाई 2025 से 10 जुलाई 2025 तक ग्रीष्मकालीन अवकाश मनाएंगे। इस दौरान स्कूलों की टाइमिंग में भी बदलाव किया गया है, ताकि छात्रों को गर्मी से राहत मिल सके। इस लेख में हम आपको कश्मीर स्कूल ग्रीष्मकालीन अवकाश 2025 से जुड़ी सभी जानकारी, तारीखें, और अपडेट प्रदान करेंगे।
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कश्मीर स्कूल ग्रीष्मकालीन अवकाश 2025: तारीखें और आधिकारिक घोषणा
जम्मू और कश्मीर स्कूल शिक्षा विभाग (SED) ने 19 जून 2025 को एक आधिकारिक आदेश जारी कर कश्मीर डिवीजन के स्कूलों के लिए ग्रीष्मकालीन अवकाश की घोषणा की। आदेश के अनुसार, सभी सरकारी और मान्यता प्राप्त निजी स्कूल, जो उच्चतर माध्यमिक स्तर तक संचालित हैं, 1 जुलाई 2025 से 10 जुलाई 2025 तक बंद रहेंगे। यह निर्णय भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की उस चेतावनी के बाद लिया गया, जिसमें श्रीनगर और आसपास के क्षेत्रों में जून के अंत तक तीव्र गर्मी की लहर की भविष्यवाणी की गई थी।
शिक्षा मंत्री साकिना इट्टू ने ग्रेटर कश्मीर को दिए एक साक्षात्कार में कहा, “हम 1 जुलाई 2025 से एक सप्ताह के लिए ग्रीष्मकालीन अवकाश की घोषणा करने की योजना बना रहे हैं। मौसम की स्थिति का आकलन करने के बाद अवकाश की अवधि को बढ़ाने पर विचार किया जाएगा।” उन्होंने यह भी बताया कि यह निर्णय अभिभावकों और शिक्षकों की मांगों को ध्यान में रखकर लिया गया है।
विषय | जानकारी |
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अवकाश की तारीखें | 1 जुलाई 2025 से 10 जुलाई 2025 |
लागू स्कूल | सरकारी और मान्यता प्राप्त निजी स्कूल |
क्षेत्र | कश्मीर डिवीजन |
स्कूल स्तर | प्राथमिक से उच्चतर माध्यमिक तक |
आधिकारिक घोषणा की तारीख | 19 जून 2025 |
स्कूल टाइमिंग में बदलाव: गर्मी से राहत के लिए नया शेड्यूल
गर्मी की लहर को देखते हुए, स्कूल शिक्षा निदेशालय (DSEK) ने स्कूलों की टाइमिंग में भी बदलाव किया है। श्रीनगर नगरपालिका सीमा के अंतर्गत आने वाले स्कूलों में अब सुबह 8 बजे से दोपहर 1 बजे तक कक्षाएं चलेंगी, जबकि अन्य जिलों और क्षेत्रों में यह समय सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक रहेगा। यह नया शेड्यूल 30 जून 2025 से लागू होगा और ग्रीष्मकालीन अवकाश शुरू होने तक प्रभावी रहेगा।
निदेशालय ने शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों को निर्देश दिया है कि वे अवकाश के दौरान ऑनलाइन मार्गदर्शन के लिए उपलब्ध रहें। आदेश में यह भी चेतावनी दी गई है कि इस शेड्यूल का पालन न करने वाले स्कूल प्रमुखों या शिक्षकों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
पिछले साल के ग्रीष्मकालीन अवकाश से तुलना
पिछले साल (2024) कश्मीर डिवीजन के स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश 8 जुलाई से 17 जुलाई तक घोषित किया गया था। उस समय भी तापमान में असामान्य वृद्धि के कारण यह निर्णय लिया गया था। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, 2024 में श्रीनगर में तापमान 32.7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था, जो सामान्य से 3.1 डिग्री अधिक था।
इस साल की तुलना में, 2025 का अवकाश एक सप्ताह पहले शुरू हो रहा है, जो गर्मी की तीव्रता को देखते हुए समय पर लिया गया निर्णय माना जा रहा है। हालांकि, अभिभावकों और छात्रों के बीच चर्चा है कि यदि गर्मी की स्थिति बनी रही तो अवकाश की अवधि को बढ़ाया जा सकता है। कुछ सूत्रों के अनुसार, शिक्षा विभाग मौसम विभाग की अगली रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है।
छात्रों और अभिभावकों की प्रतिक्रिया
कश्मीर घाटी में ग्रीष्मकालीन अवकाश की घोषणा से छात्रों और अभिभावकों में उत्साह और राहत का माहौल है। श्रीनगर के एक निजी स्कूल में कक्षा 8 की छात्रा आयशा अहमद ने कहा, “गर्मी के कारण स्कूल में पढ़ाई करना मुश्किल हो रहा था। अब हम घर पर रहकर आराम कर सकते हैं और ऑनलाइन पढ़ाई भी कर सकते हैं।”
वहीं, एक अभिभावक, मोहम्मद यूसुफ ने बताया, “पिछले कुछ दिनों से तापमान इतना बढ़ गया था कि बच्चों को स्कूल भेजना जोखिम भरा लग रहा था। सरकार का यह निर्णय स्वागत योग्य है।” हालांकि, कुछ अभिभावकों ने अवकाश की अवधि को कम से कम दो सप्ताह करने की मांग की है, क्योंकि गर्मी की लहर अभी कम होने के आसार नहीं दिख रहे।
शिक्षा जगत में चर्चा है कि यदि मौसम की स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो स्कूल शिक्षा विभाग को अवकाश बढ़ाने पर विचार करना पड़ सकता है।
विशेषज्ञों की राय: गर्मी और शिक्षा पर प्रभाव
शिक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि कश्मीर जैसे क्षेत्रों में मौसम की स्थिति शिक्षा प्रणाली पर गहरा प्रभाव डालती है। श्रीनगर के एक वरिष्ठ शिक्षक, डॉ. फैयाज अहमद ने बताया, “गर्मी के कारण छात्रों की एकाग्रता कम हो रही थी। ग्रीष्मकालीन अवकाश न केवल बच्चों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है, बल्कि यह शिक्षकों को भी अगले सत्र की तैयारी का समय देता है।”
मौसम विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि कश्मीर घाटी में जलवायु परिवर्तन के कारण गर्मी की अवधि और तीव्रता बढ़ रही है। उन्होंने सुझाव दिया कि स्कूलों को जलवायु नियंत्रित कक्षाओं और बेहतर बुनियादी ढांचे की ओर ध्यान देना चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह की समस्याओं से बचा जा सके।
जम्मू डिवीजन के स्कूलों का ग्रीष्मकालीन अवकाश
यह ध्यान देने योग्य है कि जम्मू डिवीजन के ग्रीष्मकालीन क्षेत्रों में स्कूलों के लिए ग्रीष्मकालीन अवकाश पहले ही घोषित हो चुका है। स्कूल शिक्षा निदेशालय जम्मू (DSEJ) के अनुसार, जम्मू के ग्रीष्मकालीन क्षेत्रों में स्कूल 7 जून 2025 से 16 जुलाई 2025 तक बंद रहेंगे। इस दौरान शिक्षकों को 14 जुलाई से स्कूलों में वापस लौटने के लिए कहा गया है, ताकि वे अगले सत्र की तैयारियां शुरू कर सकें।
जम्मू में तापमान 43 डिग्री सेल्सियस से अधिक होने के कारण यह निर्णय लिया गया था। कश्मीर की तुलना में जम्मू में अवकाश की अवधि लंबी है, क्योंकि वहां गर्मी की तीव्रता अधिक रहती है।
निष्कर्ष
कश्मीर स्कूल ग्रीष्मकालीन अवकाश 2025 की घोषणा ने छात्रों, अभिभावकों, और शिक्षकों को राहत प्रदान की है। 1 जुलाई से 10 जुलाई तक का यह अवकाश गर्मी की लहर से निपटने का एक प्रभावी कदम है। हालांकि, मौसम की अनिश्चितता को देखते हुए अवकाश की अवधि बढ़ाने की मांग भी उठ रही है। स्कूल शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि वह मौसम विभाग की अगली रिपोर्ट के आधार पर निर्णय लेगा।
छात्रों और अभिभावकों को सलाह दी जाती है कि वे आधिकारिक वेबसाइट पर नियमित रूप से अपडेट चेक करें और ऑनलाइन मार्गदर्शन का लाभ उठाएं। आपका इस विषय पर क्या कहना है? नीचे कमेंट करें और अपने अनुभव हमारे साथ साझा करें।